सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के संस्थापक स्वर्गीय महावीर दत्त शर्मा की पुण्यतिथि जनपद के सभी दसों विकास खंडों में मनाई गई। जनपद मुख्यालय के सदर विकास खण्ड ग्राम पंचायत लोढ़ी मे ग्राम प्रधानों द्वारा स्वर्गीय महावीर दत्त शर्मा को पुष्पांजलि प्रदान करते हुए संगठन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष गोपीनाथ गिरि ने कहा कि पंचायतों की समस्याओं को देखते हुए 1988 में स्वर्गीय शर्मा जिनका जन्म मेरठ में हुआ था जो स्वयं एक ग्राम प्रधान थे उनके दिल में यह बात आई की पंचायतों की दुर्दशा तब तक रहेगी जब तक उनको उनके अधिकार नहीं प्राप्त हो जाएंगे। इसके लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के पंचायतों के शुभचिंतकों से बातचीत करना शुरू किया और सब की सहमत से उन्होंने प्रधानों को संगठित करने का बीड़ा उठाया और संगठित करके उन्होंने एक बहुत बड़ा आंदोलन दिल्ली में और लखनऊ में विधानसभा के सामने किया।
जिसमें सैकड़ों प्रधान घायल हुए उसके पश्चात तत्कालीन सरकार को सोचने को विवश होना पड़ा जिसका नतीजा रहा कि 1993 में 73वां संविधान संशोधन पास हुआ जिसमें पंचायतों को अधिकार प्रदान किए गए किंतु आज तक ग्यारहवीं अनुसूची के 29 विषय आज भी पंचायतों को नहीं सौंपे गए। जिसके कारण पंचायतें आज भी अधिकार विहीन हैं उनके द्वारा बनाया गया राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन आज भी पंचायतों की समस्याओं को लेकर के शासन और पंचायत के बीच में एक कड़ी के रूप में कार्य कर रहा है तथा आवश्यकता पड़ने पर संघर्ष भी करता रहता है।
वर्तमान परिस्थिति में पंचायतों की दुर्दशा को देखते हुए राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन जल्द ही एक बड़ा निर्णायक कदम उठाने जा रहा है जिसमें आप सभी प्रधान साथियों से अनुरोध है कि अपने गांव के लोगों को भी विश्वास में लेकर के आंदोलन को सफल बनाये।
