रवि पाण्डेय

नगर पालिका सोनभद्र में तीन तालाबो की सफाई पर लाखो रुपये का गोलमाल
नगर पालिका परिषद से इंडीयन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड ने नही लिया तालाब सफाई करने का एनओसी
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में सीएसआर के नाम पर भ्रष्टाचार करना कम्पनियों के लिए नई बात नही है यहाँ बड़ी बात यह है कि केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं नगर विकास मंत्री हरदीप सिंह पूरी जोकि जनपद के प्रभारी मंत्री है उनके विभाग इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा सीएसआर मद से तीन तालाबो की सफाई के नाम पर लाखो रुपये का गोलमाल किया गया है।
जनपद में केन्द्र और प्रदेश सरकार की विद्युत परियोजनाएं और एनसीएल समेत हिन्डाल्को और अल्ट्राटेक सीमेंट कम्पनी द्वारा कारपोरेट सोशल रिस्पांबिलिटी (सीएसआर) के तहत कार्य करती है, जिसमे कम्पनी और स्थानीय प्रशासन की मिली भगत से बड़ा खेल खेला जाता है। अब केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीपपुरी के निर्देश पर इंडियन ऑयल ने भी जनपद में इस वित्तीय वर्ष में कार्य कराया है जो कि विवादों में आ गया।
यहां वही कहावत चरितार्थ होती है कि भीलों ने वन को बांट लिया और राजा को खबर नही जी हाँ जिले की एकमात्र नगर पालिका परिषद सोनभद्र में इंडियन ऑयल द्वारा तीन तालाबो की सफाई का कार्य सीएसआर मद से सितंबर माह में कराया जाता है लेकिन नगर पालिका के ईओ को कान खबर तक नही हुआ और छठ पूजा पर नगर पालिका ने भी इन तालाबो की सफाई करा दिया। यहां मजेदार बात यह है कि इंडियन ऑयल ने इन तालाबो की सफाई सितंबर माह में होना अपने शिलापट्ट पर दर्शाया लेकिन सफाई पर आए खर्च को अंकित नही किया गया है। इतना ही नही कम्पनी ने यह शिलापट्ट अक्टूबर माह के आखिरी समय यानी छठ पूजा के बाद लगाया है। इस तरह इंडियन ऑयल द्वारा इन तीनो तालाबो पर सफाई कराने का शिलापट्ट लगाकर लाखो रुपये का गोलमाल किया गया।

नगर पालिका सोनभद्र के परिक्षेत्र में स्थित इन तीनो तालाबो पर जब इंडियन ऑयल शिलापट्टा लगा रहा था तब स्थानीय लोगो मे इसका विरोध किया तो मजदूरों के कहना था कि एक व्यक्ति ने उन्हें यह कार्य करने को कहा है जिसका वह नाम नही जानते है। नगर पालिका परिषद के वार्ड 16 के निवासी सर्वेश तिवारी का कहना है कि छठ पूजा के बाद कुछ लोग जोगिया वीर तालाब पर आए और पंचमुखी हनुमान मन्दिर के बाहरी दीवार पर शिलापट्टा लगाने लगे तो हम लोगो ने पूछा तो मजदूरों का कहना था कि बढ़ौली चौराहा से एक लोगो ने भेजा है उनके कहने पर यह कार्य किया जा रहा है।इसी तरह इंडियन ऑयल ने रामसरोवर तालाब और दीप नगर तालाब पर भी शिलापट्टा लगाया है, इन सभी शिलापट्ट पर लिखा है कि इंडीयन ऑयल , स्वच्छ परिवेश , इंडीयन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड की वित्तीय सहायता एवं सीएसआर की एक पहल के तहत तालाब की सफाई सितंबर 2022

वही सीएसआर का लाखो रुपये सफाई के खर्च करने और कार्य नही होने के सम्बंध में इंडीयन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड के क्षेत्रीय अधिकारी शुभम सिंह से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कैमरे के समाने बोलने से मना कर दिया पर उनका गोलमोल जवाब यही रहा कि सफाई कराया गया है , जिसका शिलापट्टा बाद में लगाया गया है लेकिन वह सफाई पर आये खर्च को बताने में उच्चाधिकारियों का हवाला देने लगे।

इस सबन्ध में जब नगर पालिका परिषद सोनभद्र के अधिशासी अधिकारी विजय कुमार यादव से ली गयी तो उनका साफ कहना था कि इंडियन ऑयल द्वारा जिन तालाबो की सफाई का कार्य सीएसआर के तहत कराया जाना दिखाया जा रहा है, उसके सम्बन्ध में उन्हें कोई जानकारी नही है क्योंकि इंडियन ऑयल ने नगर पालिका से कोई एनओसी नही लिया है। जबकि नगर पालिका द्वारा अक्टूबर माह में छठ पूजा के समय इन तालाबो की साफ सफाई कराया गया है तो ऐसे में इंडीयन ऑयल ने सफाई कराया होता तो नगर पालिका क्यो कराती।

वही इस सम्बंध में जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने कहा कि इंडियन ऑयल सीएसआर के द्वारा सोनभद्र नगर पालिका क्षेत्र में तीन तालाबो की सफाई कराना बताया जा रहा है, इसकी जांच कराई जाएगी।
