दीपू गुप्ता
अंडर वाटर के साथ ओवर ऑल का ड्रोन कैमरे से हुआ सर्वे,,
औरैया(उत्तर प्रदेश)। यमुना पुल जर्जर होने के कारण दस नवंबर से पुल पर भारी वाहनों का आवागमन बन्द कर दिया गया है था। आज सोमवार को विशाखापत्तनम से आई आईआईटी विशेषज्ञों की टीम ने आकर के निरीक्षण किया। अंडर वाटर के साथ ही ओवर ऑल ड्रोन कैमरे से निरीक्षण किया। विस्तृत रिपोर्ट मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग शासन को भेजेगा।।फरवरी के अंत तक पुल पर आवागमन सुचारू रूप से शुरू होने की संभावना जताई गई थी।
यमुना पुल का 1994 में मरम्मतीकरण हुआ था। इसके बाद से इसमें कुछ काम नहीं हुआ। बेयरिंग में ग्रीसिंग तक नहीं हुई। जिस कारण पुल पर कम्पन बढ़ गया था। मोरबी में हुए हादसे के बाद सभी पुल चेक हुए तो पुल पर कम्पन देखते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग की रिपोर्ट पर डीएम प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव ने दस नवम्बर से इस पुल पर भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया। वाहनों को अब कई किलोमीटर घूमकर उस पार जाना पड़ रहा है। इस पुल को चेक करने के लिए विशाखापत्तनम से आईआईटी विशेषज्ञों की टीम सोमवार को औरैया आई।

टीम ने यमुना पुल का गहनता से निरीक्षण किया। अंडर वाटर में निरीक्षण में सभी पिलर की स्थिति परखी। ओवर ऑल निरीक्षण में ड्रोन कैमरे का भी सहारा लिया। पुल के सभी 28 रोलर बेयरिंग भी बदले जाने की संभावना है । टीम की रिपोर्ट के आधार पर शासन को इस्टीमेट भेजा जाएगा। जिस पर जनवरी तक बजट आने पर काम शुरू होने की उम्मीद है। अधिशासी अभियंता अभिषेक यादव ने बताया कि पहले फेज का इस्टीमेट शासन को भेज दिया गया है। जिससे त्वरित काम हो सके। अब टीम के हिसाब से दूसरे फेस का इस्टीमेट भेजा जाएगा।बजट मिलने के बाद काम जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा ताकि पुल पर सुचारू रूप से आवागमन हो सकें।
