सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद के कुपोषित बच्चों की स्थिति में सुधार हो सके इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारियों के साथ एक आवश्यक बैठक जिलाधिकारी ने कैम्प कार्यालय पर किया।
इस दौरान जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने कुपोषित बच्चों की स्थिति में स्वास्थ्य सुधार के लिए ब्लाक स्तर व स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहें कार्यों व प्रयासों की बारी बारी से गहनता पूर्वक समीक्षा की। उन्होंने कहा की कुपोषित व अति कुपोषित प्रत्येक बच्चों के लिए एक प्रारूप तैयार कर निर्धारित रोस्टर के अनुसार वजन, दवा, भोजन, पोषाहार व अन्य उपयोगी विवरण तथा सामग्री को उपलब्ध कराया जाये, जिससे की कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में जल्दी सुधार हो सके। बच्चों को निर्धारित चार्ट के अनुसार दवा, भोजन, पोषाहार समय समय से दी जा रही है, के स्थिति का जायजा भी लेते रहें, आशा,आगनबाड़ी कार्यकत्री गांव में घर घर जाकर छुटे हुए कुपोषित बच्चों का चिन्हिकरण कर, उनको एनआरसी सेंटर में लाकर बेहतर तरीके से दवा, इलाज कराया जाए। इस दौरान जो कुपोषित बच्चों के अभिभावक एनआरसी सेंटर में जाने से घबरा रहे हो, को कुपोषित बच्चों को होने वाले नुकसान के संबंध में जानकारी देते हुए प्रेरित कर उन्हें जागरूक भी किया जाए, जिससे की वह अपने बच्चों का बेहतर तरीके से इलाज करवा सकें।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन बच्चों को पोषाहार व आवश्यक सामग्री देनी है,उसे तत्काल क्रय करते हुए हर हाल में उपलब्ध करा दिया जाए, जिससे कुपोषित बच्चों को किसी प्रकार की समस्या न होने पाए। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कुपोषित बच्चों के दवा इलाज और अन्य कार्य में लापरवाही व शिथिलता बरती जाती है तो अन्यथा की स्थिति में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर दी जाएगी, किसके लिए अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि कुपोषित बच्चों का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाए, बच्चों को समय पर दवा दी जा रही है, के संबंध में मौके का जायजा भी ले लिया जाए।
जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि कुपोषित बच्चों की सूची बनाते हुए ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाए और कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को बच्चे के कमजोर होने से नुकसान के संबंध में जानकारी दी जाए जिससे कि वह अपने बच्चे को एनआरसी सेंटर में दवा इलाज करवाने के लिए जागरूक हो सकें।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार , जिला विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान,जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सिंह , समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारीगण सहित अन्य संबंधितगण उपस्थित रहे।
