सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की 98 वीं जयन्ती भाजपा जिला कार्यालय पर मनाई गयी।
कार्यक्रम में सबसे पहले अटल बिहारी बाजपेयी और मदन मोहन मालवीय के चित्र पर राज्यसभा सांसद रामशकल, काशी क्षेत्र के महामंत्री व जिला प्रभारी अशोक चौरसिया, भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत चौबे, घोरावल विधायक डॉ अनिल कुमार मौर्य, पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार, पूर्व विधायक तीरथराज, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अमरेश पटेल, सदर ब्लॉक प्रमुख अजीत रावत, रामलखन सिंह सहित सभी कार्यकर्ताओ नेे पुष्पांजलि कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इसके पश्चात भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत चौबे व सदर विधायक भूपेश चौबे के नेतृत्व मे संयुक्त चिकित्सालय लोढी पर जरुरतमंद मरीजो को फल वितरण किया।
इस मौके पर राज्यसभा सांसद रामशकल ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी ने संगठन की शक्ति ही कूट कूट कर भरी थी उन्हे धैर्य और संयम के साथ कडी मेहनत पर भरोसा था 1980 में जनता पार्टी के टूट जाने के बाद अटल बिहारी बाजपेयी जी ने लालकृष्ण आडवाणी और कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी का गठन किया। पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष बने 1980 से 1986 तक पार्टी के अध्यक्ष रहे अटल जी के अगुवाई मे भाजपा ने धिरे धिरे अपना संगठन मजबूत किया। 1984 के आम चुनाव में भाजपा को महज दो सीटों पर जीत हासिल हुयी अटल जी इससे विचलित नही हुए और पार्टी को मजबूत करने मे जुटे रहे ये उनके व्यक्तित्व और करिश्माई नेतृत्व का नतीजा ही था कि 1984 मे सिर्फ दो सीटो पर जीत दर्ज करने वाली पार्टी 1989 के चुनाव में 85 सीटे जीतकर भारतीय लोकतंत्र मे भाजपा की दमदार उपस्थिति दर्ज करायी साथ ही सालो बाद भारतीय लोकतंत्र मे एक नये और मजबूत नींव रखी उनके विचारो को आगे बढाते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व मे भारतीय जनता पार्टी का परचम लहरा रहा है।
इस मौके पर जिला प्रभारी अशोक चौरसिया ने कहा कि आज पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी का जन्मदिन मना रहा है वे तीन बार देश के प्रधानमंत्री होने के अलावा हिन्दी कवि पत्रकार व प्रखर वक्ता भी थे व जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे अटल जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था उनके पिता का नाम कृष्णबिहारी बाजपेयी था। उन्होने ने अपनी शिक्षा ग्वालियर के बिक्टोरिया कालेज से ली जिसे अब लक्ष्मीबाई कालेज के नाम से जाना जाता है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे अटल बिहारी बाजपेयी एक ओजस्वी वक्ता और जनकवि थे अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से मां भारती को विश्व में गौरवान्वित किया और भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष थे उनके जीवन के हर एक पल से हमें कुछ ना कुछ सिखने को मिला। अटल बिहारी बाजपेयी कुशल राजनीतिज्ञ के साथ ही लेखक व कुशल वक्ता भी थे वे देश के गौरव थे राजनीति के मायने क्या होना चाहिए उन्होने अपने राजनीतिक जीवन के माध्यम से इसे समझाया उनका योगदान युगों युगों तक भुलाया नही जा सकता।

इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत चौबे ने कहा कि भारतीय राजनीति के पुरोधा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी भारतीय राजनीति में 6 दशक तक पुरजोर दखल रखने वाले अपनी दूरदर्शिता और करिश्माई व्यक्तित्व की वजह से देश के साथ ही अंतराष्ट्रीय मंचो पर भी अमिट छाप छोडी है अटल जी के लिए राष्ट्रहित हमेशा दलगत राजनीति से उपर रहा है, एक सांसद के रुप अटल बिहारी बाजपेयी दो बार राज्यसभा और दस बार लोकसभा के सदस्य चुने गये भारत रत्न से सम्मानित अटल जी देश के तीन बार प्रधानमंत्री बने अटल जी का एक लंबा अनुभव रहा है, उन्होने अधिकंाश समय विपक्ष मे बिताया है इसके बावजूद उन्होने निरंतर जनहित से जुडे मुद्दे उठाए और अपने सिद्धांतो से कभी विचलित नही हुए अपनी दूरदर्शिता और शब्दो के साथ भाषा पर बेजोड पकड के वजह से बाजपेयी जी ने राजनीति, साहित्य और समाज के हर क्षेत्र में अमिट छाप छोडी चाहे किसी भी कठिनाइयां रही हो अटल जी ने अपने मजबूत इरादों के साथ उनका डटकर मुकाबला किया। अटल जी के बताएं रास्ते पर हम सभी कार्यकर्ताओं को चलना ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

इस मौके पर पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार, पूर्व विधायक तीरथराज , घोरावल विधायक डॉ अनिल कुमार मौर्य, सदर विधायक भूपेश चौबे, सदर ब्लॉक प्रमुख अजीत रावत, रामलखन सिंह, अमरेश पटेल, रामसुन्दर निषाद, कृष्णमुरारी गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष उदयनाथ मौर्य, अभिषेक सिंह चन्देल, ओमप्रकाश दूबे, अशोक मौर्य, शंम्भूनारायण सिंह, संतोष शुक्ला, विनोद पटेल, अनूप तिवारी, गुडिया वर्मा, सुरेश शुक्ला, सुनील सिंह, बलराम सोनी, महेन्द्र पाण्डेय, विनय श्रीवास्तव, रजनीश रघुवंशी, पुष्पा सिंह, गुडिया तिवारी, विष्णु पासवान सहित आदि कार्यकर्ता उपस्थ्ति रहे।
