प्रतापगढ़(उत्तर प्रदेश)। फर्नीचर फैक्टरी व गोदाम में भीषण आग लगने से पचास लाख रुपये का फर्नीचर जलकर खाक हो गया। आग की ऊंची लपटें देख तमाशबीनों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई, सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड पहुच गई हालांकि फैक्ट्री तक गाड़ियों के जाने का रास्ता न होने से बगल की छत पर चढ़ कर फायर फाइटर्स ने ढाई घण्टे की मसक्कत के बाद आग पर काबू पाने में जुट गए। शार्ट सर्किट से आग लगी थी, नगर कोतवाली के सगरा की घटना।
कोतवाली के सगरा में आज उस समय हड़कम्प मच गया जब केजीएन फर्नीचर की फैक्ट्री और गोदाम में आग लग गई और आग की ऊंची लपटों के साथ धुंए का गुबार उठने लगा, यह नजारा देख आसपास के लोग घरों से निकल आए और देखते ही देखते तमाशबीनों की भारी भीड़ जमा हो गई। आग लगने की सूचना फायर स्टेशन को दी गई जिसके बाद फायरब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुच गईं साथ ही अग्निशमन अधिकारी प्रभाकर पांडेय भी मौके पर पहुच गए और आग की भयावहता देखते हुए लालगंज, रानीगंज व पट्टी सेंटर की भी फायर ब्रिगेड बुला ली गई फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से दस टैंकर पानी व पचीस फायर फाइटर ने ढाई घण्टे की कड़ी मशक्कत और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया। आग भड़कने के पीछे फर्नीचर बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल, फोम व प्लाई आग में घी का काम कर रही थी जिसके चलते आग पर काबू पाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा था ऊपर से सँकरी गली भी बाधक बन रही थी। इस बाबत अग्निशमन अधिकारी प्रभाकर पांडेय ने बताया कि दस टैंकर पानी और स्थानीय लोगों की मदद से ढाई घण्टे की मसक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, शार्ट सर्किट से आग लगी थी फर्म सञ्चालक ने बिना फायर उपकरणों व एनओसी के बिना फैक्ट्री संचलित कर रहा था यदि फायर उपकरण लगाया होता तो आग इस कदर न फैलती, आगे बताया कि पचास लाख रुपयों के फर्नीचर जल गए है हालांकि बगल में स्थित गोदाम पूरी तरह सुरक्षित बच गया है।
