संजय सिंह
नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए थे प्रोफेसर , पैसे चुकता करने में आर्थिक स्थिति हुई खराब
शराब पीकर प्रोफेसर पत्नी के साथ आये दिन करते थे मारपीट
चुर्क(सोनभद्र)। भाऊराव देवरस राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत विषय के प्रोफेसर जगजीत सिंह की 9 नवम्बर की रात हुई हत्या का आज खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रोफेसर की हत्या उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर किया था। इस हत्या का खुलासा करने में दुद्धी पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम का प्रयास रहा। इस हत्या में शामिल मृतक प्रोफेसर की पत्नी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है और हत्या में प्रयुक्त चाकू को बरामद किया है।
प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि बीआरडी कॉलेज दुद्धी के प्रोफेसर डॉ0 जगजीत सिंह पुत्र स्व0 मोहनलाल उम्र लगभग 47 वर्ष की किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से घर के अंदर हत्या कर दी गयी । घटना की सूचना पर स्थानीय पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0- 122/2021 धारा -302,201 व 34 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया । पुलिस अधीक्षक सोनभद्र श्री अमरेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना के शीघ्र अनावरण हेतु एवं घटना में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन् श्री राजीव कुमार सिंह व क्षेत्राधिकारी दुद्धी श्री रामआशीष यादव के निकट प्रर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक दुद्धी व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम गठित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये । इस टीम द्वारा अथक लगन व प्रयासों से धरातलीय व इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों के आधार पर घटना में संलिप्त मृतक की पत्नी अलका सिंह पत्नी जगजीत सिंह निवासी भदियापुर पोस्ट धाता जिला फतेहपुर हालपता मुहल्ला मलदेवा डीसीएफ कालोनी थाना दुद्धी को और प्रेमी हेमचन्द पुत्र श्यामलाल निवासी जमुई बाजार थाना मड़िहान जनपद मीरजापुर को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर घटना मे प्रयुक्त आलाकत्ल चाकू
को बरामद किया गया ।
पुलिस को अभियुक्ता अलका सिंह द्वारा बताया गया कि मेरे पति कई लोगों से नौकरी दिलवाने के नाम पर पैसा लिए थे व नौकरी न दिलवा पाने के कारण उनके उपर काफी कर्ज हो गया था ,जिससे सेलरी का लगभग आधे से ज्यादा पैसा उधार चुकाने में चला जाता था ,घर की हालत काफी तंगी में आ गयी थी । पिछले कुछ वर्षो से वह शराब का भी सेवन करते थे व अक्सर मुझे मारा-पीटा करते थे जिससे मै तंग आ गयी थी, हेमचन्द का मेरे घर पर अक्सर आना जाना रहता था व उसके सम्बन्ध पिछले कुछ वर्षों से मेरे साथ पति-पत्नी की तरह हो गये थे इसलिए हम दोनों ने मिलकर 9 नवम्बर की रात्रि में उनकी हत्या कर दिया।
इस हत्याकांड के खुलासे में प्रभारी निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह , एसओजी प्रभारी धीरेंद्र चौधरी , एसआई सरोजमा सिंह प्रभारी सर्विलांस मय टीम , उ0नि0 बालेन्द्र यादव थाना दुद्धी , उ0नि0 अमित कुमार त्रिपाठी प्रभारी स्वाट टीम, उ0नि0 विमलेश कुमार सिंह शामिल रहे।
